संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निदेशक राजभाषा श्री वी0 पी0 गौड़ द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (रा. वि. सं. प.) का दौरा किया गया। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य था, परिषद के विभिन्न कार्यकलापों में हिन्दी के प्रयोग की समीक्षा करना और सरकार की हिन्दी के प्रति नीति के संबंध में परिषद को अवगत करना। इस हेतु परिषद के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में रा. वि. सं. प. के निदेशक मुख्यालय श्री समरेन्द्र कुमार ने परिषद में हिन्दी में चल रहे कार्य-कलापों से श्री गौड़ को अवगत कराया। श्री कुमार ने बताया कि ‘रा. वि. सं. प. द्वारा भारत सरकार के मापदण्डों के अनुसार सभी फॉर्म, कार्यालय आदेश इत्यादि और सभी महत्वपूर्ण प्रकाशनों को अँग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी में भी करने का प्रयास किया जाता है।’श्री गौड़ ने रा. वि. सं. प. की सराहना करते हुए कहा कि‘कोई हिन्दी अनुवादक अथवा राजभाषा अधिकारी के न रहने के बावजूद परिषद द्वारा हिन्दी में काफी कार्य किया जा रहा है, जो अत्यंत सरहनीय है।’ श्री गौड़ ने आगे बताया कि परिषद को भविष्य में भी इसी तरह हिन्दी के प्रसार हेतु कार्य जारी रखना चाहिए तथा कुछ और कार्यक्रम यथा- विज्ञान से संबन्धित अँग्रेजी पुस्तकों के हिन्दी अनुवाद की प्रतियोगिता, ज्यादा से ज्यादा लोगों को कम्प्यूटर पर हिन्दी में टंकण प्रशिक्षण, विभिन्न विषयों से संबन्धित हिन्दी शब्दावली प्रतियोगिता इत्यादि समय-समय पर आयोजित करना चाहिए। श्री कुमार ने इन सुझाओं पर परिषद में अमल करने का आश्वासन दिया। ज्ञात हो कि रा. वि. सं. प. भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्तसंस्था है, जिसका कार्य देश भर में फैले अपने विज्ञान संग्रहालयों/केन्द्रों के माध्यम से विज्ञान का प्रसार करना है।
इस बैठक में श्री गौतम बसु, वित्त अधिकारी, श्री सुब्रत रे, भंडार एवं क्रय अधिकारी, श्री षष्ठी घोसल, प्रशाश्निक अधिकारी, श्री अमर चौधुरी, शिक्षा अधिकारी, श्री सत्यजित नारायण सिंह, जन-संपर्क अधिकारी, श्री अमिताभ, संग्रहालयाध्यक्ष एवं अन्य उपस्थित थे।