राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (रा.वि.सं.प.) ने देश भर में फैले 25 विज्ञान संग्रहालय/केन्द्रों का एक नेटवर्क (व्यवस्था तंत्र) विकसित किया है। कोलकाता स्थित केन्द्रीय अनुसंधान और प्रशिक्षण प्रयोगशाला (के.अ.प्र.प्र.), पेशेवर प्रशिक्षण, अनुसंधान और विकास के लिए परिषद का मुख्य केन्द्र है । उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम अंचलों में विभाजित 25 केन्द्रों में 5 केंद्र राष्ट्रीय स्तर के हैं, जो इस प्रकार हैं- विज्ञान नगरी, कोलकाता; बिड़ला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिक संग्रहालय, कोलकाता, नेहरू विज्ञान केंद्र, मुंबई, विश्वेश्वरैया औद्योगिकी एवं प्रौद्योगिक संग्रहालय (विऔप्रौसं), बंगलुरु और राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र, दिल्ली। राष्ट्रीय स्तर के केन्द्रों के अधीन आंचलिक एवं जिला स्तर की इकाइयां हैं जिन्हे ‘अनुषंगी इकाइयां’ कहते हैं।
आंचलिक स्तर पर केन्द्रों और उनकी अनुषंगी इकाइयों की सूची इस प्रकार है:
अपने केन्द्रों के अलावा रा.वि.सं.प. ने विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के लिए भी आग्रह प्राप्त होने पर विज्ञान संग्रहालय/केंद्र विकसित किए हैं। रा.वि.सं.प. ने विभिन्न सरकारी संस्थानों यथा ओ एन जी सी, बी ई एल, आई सी ए आर के लिए भी केन्द्रों/दीर्घाओं का निर्माण किया है साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मॉरीशस सरकार के लिए ‘राजीव गांधी विज्ञान केंद्र’, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संग्रहालय, कैंडी, श्री लंका के लिए ‘बौद्ध धर्म पर भारत दीर्घा’ का निर्माण किया है। आज रा.वि.सं.प. विज्ञान संग्रहालय/केन्द्रों का विश्व में सबसे बड़ा नेटवर्क (व्यवस्था तंत्र) है।